logo

प्याज की कीमतों पर लगाम के लिए केंद्र ने अपनाई ये नीति, झारखंड में इसका कितना असर होगा

pyaaj.jpg

द फॉलोअप डेस्क
राजधानी रांची सहित देश के कई हिस्सों में हुई लगातार बारिश के कारण सब्जियों की दरों में भारी उछाल आया है। बारिश के कारण आलू, प्याज और लहसुन की नई फसल मार्केट में नहीं आई है। इस वजह से इनकी कीमतों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। प्याज का भाव भी आसमान छू रहा है। रांची के बाजार में जहां करीब 15 दिन पहले तक प्याज 40 रूपये किलो की दर से बिक रहा था, आज उसकी कीमत बढ़कर 60 रूपये प्रति किलो हो चुकी है।


अब इस मामले में संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार ने निर्यात शुल्क हटाए जाने के बाद खुदरा कीमतों में आए उछाल के मद्देनजर थोक बाजारों में ‘बफर स्टॉक’ से बिक्री बढ़ाकर प्याज की कीमतों पर अंकुश लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। 
सोमवार 23 सितंबर को उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि केंद्र द्वारा दिल्ली समेत अन्य प्रमुख शहरों के थोक बाजारों में ‘बफर स्टॉक’ (भंडार) से प्याज निकालना शुरू कर दिया है। सरकार की योजना पूरे देश में सब्सिडी वाले प्याज की खुदरा बिक्री करने की है। 


35 रूपये किलो बिकेगा प्याज

रांची और अन्य शहरों में प्याज की बढ़ी कीमतों को ध्यान में रखते हुए, एनसीसीएफ ने 35 रूपये किलो की दर से प्याज बेचना शुरु किया है। सभी लोगों को सस्ती कीमत पर प्याज मिल पाए, इस कारण प्रत्येक उपभोक्ता को अधिकतम 2 किलो प्याज दिया जा रहा है। उपभोक्ताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से यह प्रावधान किया गया है।   

 
 

Tags - Jharkhand onion price policy of centre Jharkhand News